DC जनरेटर
कार्य: DC जनरेटर मैकेनिकल ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं। वे सीधी धारा (DC) उत्पन्न करते हैं।
सिद्धांत: वे फाराडे के विद्युतचुम्बकीय प्रेरण के नियम पर काम करते हैं, जिसके अनुसार एक चालक चुंबकीय क्षेत्र में गति करने पर चालक में विद्युत आवेश (EMF) प्रेरित होता है।
प्रकार: आम प्रकारों में शंट-वाइंड, सीरीज-वाइंड, और कंपाउंड-वाइंड जनरेटर शामिल हैं।
अनुप्रयोग: बैटरी चार्जिंग, छोटे स्तर की विद्युत उत्पादन, और बैकअप विद्युत स्रोत के रूप में उपयोग किया जाता है।
DC मोटर
कार्य: DC मोटर विद्युत ऊर्जा को मैकेनिकल ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं। वे सीधी धारा (DC) पर काम करते हैं।
सिद्धांत: वे रोटर के चारों ओर एक चुंबकीय क्षेत्र बनाकर, जब ऊर्जा दी जाती है, तो रोटर घूमने लगता है।
प्रकार: आम प्रकारों में ब्रश्ड DC मोटर, ब्रशलेस DC मोटर, और सर्वोमोटर शामिल हैं।
अनुप्रयोग: रोबोटिक्स, इलेक्ट्रिक वाहन, औद्योगिक मशीनरी, और उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे विभिन्न अनुप्रयोगों में उपयोग किया जाता है।
ट्रांसफॉर्मर
कार्य: ट्रांसफॉर्मर विद्युत ऊर्जा को एक सर्किट से दूसरे सर्किट में विद्युतचुम्बकीय प्रेरण द्वारा स्थानांतरित करते हैं। वे आवृत्ति नहीं बदलते, लेकिन वोल्टेज को बढ़ा सकते हैं या घटा सकते हैं।
सिद्धांत: वे सामान्य प्रेरण के सिद्धांत पर काम करते हैं, जहाँ एक कोइल में बदलती धारा दूसरी कोइल में वोल्टेज प्रेरित करती है।
प्रकार: आम प्रकारों में अपस्टेप ट्रांसफॉर्मर, डाउनस्टेप ट्रांसफॉर्मर, ऑटोट्रांसफॉर्मर, और आइसोलेशन ट्रांसफॉर्मर शामिल हैं।
अनुप्रयोग: विद्युत वितरण नेटवर्क में व्यापक रूप से लंबी दूरी के प्रसारण के लिए वोल्टेज बढ़ाने और स्थानीय वितरण के लिए वोल्टेज घटाने के लिए उपयोग किया जाता है।
डायनामो
कार्य: डायनामो विद्युत जनरेटरों के प्रारंभिक रूप हैं जो सीधी धारा (DC) उत्पन्न करते हैं।
सिद्धांत: DC जनरेटरों की तरह, वे फाराडे के विद्युतचुम्बकीय प्रेरण के नियम पर काम करते हैं, लेकिन आमतौर पर वे सरल और अधिक मजबूत डिजाइन किए जाते थे।
प्रकार: आम प्रकारों में स्थायी चुंबक डायनामो और विद्युत चुंबक डायनामो शामिल हैं।
अनुप्रयोग: ऐतिहासिक रूप से प्रकाश तंत्र, प्रारंभिक ऑटोमोबाइल, और छोटे स्तर की विद्युत उत्पादन में उपयोग किया जाता था।
संबंधित उपकरण
ऑल्टरनेटर
कार्य: ऑल्टरनेटर विकल्पी धारा (AC) उत्पन्न करते हैं।
सिद्धांत: वे फाराडे के विद्युतचुम्बकीय प्रेरण के नियम पर काम करते हैं, लेकिन DC के बजाय AC उत्पन्न करते हैं।
प्रकार: आम प्रकारों में ऑटोमोबाइल ऑल्टरनेटर और बड़े पैमाने के ऑल्टरनेटर जो विद्युत संयंत्रों में उपयोग किए जाते हैं, शामिल हैं।
अनुप्रयोग: वाहनों में बैटरी चार्जिंग और विद्युत तंत्र को ऊर्जा प्रदान करने के लिए उपयोग किया जाता है।
इनवर्टर
कार्य: इनवर्टर DC शक्ति को AC शक्ति में परिवर्तित करते हैं।
सिद्धांत: वे इलेक्ट्रोनिक सर्किट का उपयोग करके DC इनपुट से साइन वेव आउटपुट उत्पन्न करते हैं।
प्रकार: आम प्रकारों में स्क्वेर-वेव इनवर्टर, मॉडिफाइड साइन-वेव इनवर्टर, और प्यूर साइन-वेव इनवर्टर शामिल हैं।
अनुप्रयोग: सौर ऊर्जा प्रणालियों, अविच्छिन्न विद्युत सप्लाइ (UPS), और आपातकालीन विद्युत प्रणालियों में उपयोग किया जाता है।
रेक्टिफायर
कार्य: रेक्टिफायर AC शक्ति को DC शक्ति में परिवर्तित करते हैं।
सिद्धांत: वे डायोड का उपयोग करके AC वेवफॉर्म के नकारात्मक आधा भाग को रोकते हैं, जिससे एक पल्सिटिंग DC आउटपुट उत्पन्न होता है।
प्रकार: आम प्रकारों में हाफ-वेव रेक्टिफायर, फुल-वेव रेक्टिफायर, और ब्रिज रेक्टिफायर शामिल हैं।
अनुप्रयोग: बैटरी चार्जर, विद्युत सप्लाइ, और विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में उपयोग किया जाता है।
महत्वपूर्ण अंतर
DC जनरेटर और DC मोटर: जनरेटर मैकेनिकल ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं, जबकि मोटर विद्युत ऊर्जा को मैकेनिकल ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं।
ट्रांसफॉर्मर और जनरेटर/डायनामो: ट्रांसफॉर्मर विद्युत उत्पन्न नहीं करते; वे मौजूदा AC शक्ति के वोल्टेज स्तर को केवल बदलते हैं।
डायनामो और ऑल्टरनेटर: डायनामो DC उत्पन्न करते हैं, जबकि ऑल्टरनेटर AC उत्पन्न करते हैं।
इनवर्टर और रेक्टिफायर: इनवर्टर DC को AC में परिवर्तित करते हैं, जबकि रेक्टिफायर AC को DC में परिवर्तित करते हैं।
ये अंतर समझने से विशिष्ट अनुप्रयोगों के लिए सही उपकरण चुनने में मदद मिलती है और यह सुनिश्चित किया जाता है कि विद्युत तंत्र सही और कुशल रूप से काम करता है।